द फॉलोअप नेशनल डेस्क
पुण पोर्श कार एक्सीडेंट केस में क्राइम ब्रांच पुलिस ने नया खुलासा करते हुए आज बताया कि नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल बदलने के लिए जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के कैंपस में ही घूस दी गयी थी। पुलिस ने बताया कि जुवेनाइल बोर्ड के कैंपस में नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल ने ससून अस्पताल के वार्ड बॉय को 3 लाख की राशि घूस दी। ससून अस्पताल में ही नाबालिग आरोपी के ब्लड को जांच के लिए रखा गया था। वार्ड़ बॉय को 3 लाख इसी ब्लड को बलदने कि लिए दिये गये थे। आरोपी के ब्लड के बदले लैब में आरोपी की मां के ब्लड को रखने के लिए घूस दी गयी।
सीसीटीवी में दिखे आरोपी को पिता और वार्ड बॉय
मिली जानकारी के अनुसार जांच के दौरान पुणे क्राइम ब्रांच ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड कैंपस में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच की। एक कैमरे के फुटेज में पुलिस को ससून अस्पताल का वार्ड बॉय और आरोपी का पिता बात करते दिखे। बारीकी से जांच करने पता चला कि यहां पैसों का लेनदेन भी हुआ। बाद में विशाल अग्रवाल ने माना कि उसके बेटे यानी नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल को बदला गया। बता दें कि इस मामले में लैब के 2 चिकित्सकों को पहले ही अरेस्ट किया जा चुका है। वार्ड बॉय ने घूस की राशि इन चिकित्सकों तक पहुंचाई थी।
क्या है मामला
गौरतलब है कि हादसा 18 मई की रात पुणे में हुआ था। 17 साल का नाबालिग अपने दोस्तों के साथ 12वीं पास करने की खुशी में पब से पार्टी करके वापस आ रहा था। रात करीब 2.15 बजे कार ने बाइक सवारों को टक्कर मारी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार की टक्कर से बाइक सवार लड़की हवा में कई फीट उछलकर जमीन पर आ गिरी थी और युवक पास खड़ी दूसरी कार में जा टकराया था। उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मौत मामले में कोर्ट ने आरोपी नाबालिग को घटना के 15 घंटे अंदर ही जमानत दे दी।